भारत, एक प्राचीन और समृद्ध देश, अपनी अनगिनत नदियों के साथ विशेष प्रसिद्ध है। नदियाँ भारतीय सभ्यता और समाज के लिए प्राकृतिक संसाधनों का आधार हैं, और इनका महत्व भारतीय जीवन में अत्यंत गहरा है। यहाँ भारत की मुख्य नदियों की एक संख्या की चर्चा की जाएगी, जो देश के भूगोलिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन नदियों का अपना महत्व और इतिहास है, जो भारतीय समुदायों के बीच एक प्रभावशाली बांधन का रूप लेते हैं। यहाँ उनके प्राकृतिक विशेषताओं, महत्वपूर्ण स्थलों, और उनके प्रभाव के बारे में चर्चा की जाएगी।
भारत की नदियाँ
भारत, जिसे हिंदी में “भारत” कहा जाता है, भौगोलिक विविधता में समृद्ध एक देश है। प्राचीन काल से ही भारतीय नदियों का देश की संस्कृति और धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। भारत की सभी नदियां देश की प्राचीन सभ्यताओं का एक महत्वपूर्ण अंग है। यहाँ कई प्रकार की नदियां पाई जाती है जो पूरे देश में नदी सिंचाई, पीने योग्य पानी, सस्ते परिवहन, बिजली के साथ-साथ बड़ी संख्या में लोगों के लिए आजीविका प्रदान करती है।
भारत की प्रमुख नदियाँ
भारत में कई प्रमुख नदियाँ हैं, जो देश के भौगोलिक और सांस्कृतिक प्रोफ़ाइल को परिभाषित करती हैं। कुछ प्रमुख नदियों में शामिल हैं:
- गंगा: यह भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदी है, जो उत्तर से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। गंगा नदी का महत्व धर्म, संस्कृति, और पर्यावरण के लिए अत्यधिक है।
- यमुना: यमुना नदी गंगा की प्रमुख सहायक नदी है, जो उत्तरी भारत में बहती है और गंगा में मिल जाती है।
- ब्रह्मपुत्र: यह नदी भारत के पूर्वी भाग में बहती है और बंगाल की खाड़ी में मिलती है। यह नदी अपरम्परागत जीवन और भूमिहीन शेती के लिए महत्वपूर्ण है।
- नर्मदा: यह मध्य भारत में बहती है और अत्यधिक पवित्र मानी जाती है। नर्मदा नदी के किनारे कई धार्मिक स्थल हैं।
- कृष्णा: यह नदी दक्षिण भारत में बहती है और दक्षिणी भारतीय राज्यों के लिए महत्वपूर्ण है। यह नदी जल के लिए महत्वपूर्ण संसाधन है और कृषि क्षेत्र को सिंचाई की आवश्यकता को पूरा करती है।
ये केवल कुछ उदाहरण हैं, भारत में और भी कई प्रमुख नदियाँ हैं जो देश के विभिन्न हिस्सों में बहती हैं और उसके लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अधिकांश भारत की नदियां अपना पानी बंगाल की खाड़ी में बहाती हैं। कुछ नदियां का प्रभाव उन्हें देश के पश्चिमी भाग से होते हुए हिमाचल प्रदेश के पूर्व की ओर अरब सागर में ले जाते हैं। लद्दाख के कुछ हिस्सों, अरावली रेंज के उत्तरी हिस्से और थार रेगिस्तान के शुष्क हिस्सों में अंतर्देशीय जल निकासी है। भारत की सभी प्रमुख नदियां तीन मुख्य जल क्षेत्रों में से एक से उत्पन्न होती हैं।
भारत की नदियों का वर्गीकरण
भारतीय नदियों को विभिन्न मापदंडों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। यहाँ कुछ मुख्य वर्गीकरण दिया जा रहा है:
- अन्तःस्थलीय नदियाँ: जो नदी एक समुद्र या बारहमासी समुद्र के भीतर होती हैं। उदाहरण के लिए, नर्मदा, ताप्ती, कृष्णा, गोदावरी आदि।
- उत्तरी सागरीय नदियाँ: जो उत्तरी सागर से निकलकर बांगलादेश और पश्चिम बंगाल के समुद्रों में मिलती हैं। उदाहरण के लिए, गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना, यमुना आदि।
- दक्षिणी सागरीय नदियाँ: जो दक्षिणी सागर से निकलकर आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, और केरल के समुद्रों में मिलती हैं। उदाहरण के लिए, कृष्णा, कावेरी, गोदावरी, पेनार, वैगाई आदि।
- समुद्री नदियाँ: जो सीमा समुद्रों और महासागरों में मिलती हैं। उदाहरण के लिए, ताप्ती, नर्मदा, कृष्णा, गोदावरी, ब्रह्मपुत्र आदि।
- गांगेतिक नदियाँ: जिनमें गंगा की धारा शामिल है। उदाहरण के लिए, यमुना, चंबल, सोन, कोसी आदि।
- ब्रह्मपुत्र नदियाँ: जिनमें ब्रह्मपुत्र की धारा शामिल है। उदाहरण के लिए, सुबर्णरेका, लोहित, डिहंग, कामेंग, मानस, तेस्ता, बरक, आदि।
भारत की प्रमुख नदियां और उनके उद्गम स्थलों की सूची
भारत की प्रमुख नदियों और उनके उद्गम स्थलों की सूची निम्नलिखित है:
नदी का नाम | उद्गम स्थल |
ब्रह्मपुत्र | मानसरोवर झील के समीप स्थित चीमायुंगदुंग हिमानी |
सिन्धु | मानसरोवर झील के समीप स्थित सानोख़्वाब हिमनद |
गंगा | भागीरथी और अलकनंदा संगम स्थल देवप्रयाग |
चिनाब | बारालाचा दर्रा ( लाहोल-स्पीति ) |
गोदावरी | नासिक ( महाराष्ट्र ) के दक्षिण-पश्चिम में 42 किमी. दूर स्थित गाँव की एक पहाड़ी |
सतलुज | मानसरोवर झील के समीप स्थित राकस ताल |
यमुना | बन्दरपूँछ के पश्चिमी ढाल पर स्थित यमुनोत्री हिमानी |
कृष्णा | महाबलेश्वर के समीप पश्चिमी घाट के पहाड़ों से |
नर्मदा | विंध्याचल पर्वत श्रेणियों में स्थित अमरकंटक नामक स्थान |
महानदी | मध्य प्रदेश के रामपुर जिले में स्थित सिंहवा के समीप |
घाघरा | मत्सातुंग हिमानी |
चम्बल | मध्य प्रदेश में महू के निकट स्थित जनापाव पहाड़ी |
कावेरी | कर्नाटक के कुर्ग जिले में स्थित ब्रह्मागिरी पहाड़ी |
सोन | अमरकंटक की पहाड़ियाँ |
कोसी | गोसाई थाम चोटी के उत्तर में |
झेलम | बेरेनाग ( कश्मीर ) के समीप शेषनाग झील |
रावी | कांगड़ा जिले में रोहतांग दर्रे के समीप |
ताप्ती | बैतूल जिले ( म.प्र. ) मुल्ताई नगर के पास |
रामगंगा | नैनीताल के निकट एक हिमनदी से |
माही | विंध्याचल पर्वत श्रेणी |
घघ्घर | कालका के समीप हिमालय |
बेतवा | विंध्याचल पर्वत |
व्यास | रोहतांग दर्रे के समीप ताल |
लूनी | अजमेर जिले में स्थित नाग पहाड़ ( अरावली पर्वत ) |
गण्डक | नेपाल |
साबरमती | उदयपुर जिले में दक्षिण पश्चिमी भाग ( अरावली पर्वत) |
भारत की सबसे लंबी नदियाँ
भारत में कई प्रमुख नदियाँ हैं जो देश के भूगोल को आकार देती हैं, उसके समाज में गहरे रूप से प्रभाव डालती हैं और उसके प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और उपयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भारत में कई लंबी नदियाँ हैं, लेकिन सबसे लंबी नदियाँ निम्नलिखित हैं:
क्र.सं. | नदी | लंबाई किलोमीटर में |
1 | गंगा | 2,525 |
2 | गोदावरी | 1,465 |
3 | कृष्णा | 1,400 |
4 | यमुना | 1,376 |
5 | नर्मदा | 1,312 |
6 | सिंधु | 1,114 |
7 | ब्रह्मपुत्र | 916 |
8 | महानदी | 890 |
9 | कावेरी | 800 |
10 | ताप्ती | 724 |
भारत की सबसे बड़ी नदी कौन-सी है?
गंगा, जिसे हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है, भारत की सबसे लंबी नदी है। यह उत्तराखंड के गंगोत्री हिमनद से उगती है और उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों से होकर बहती है, और अंततः बंगाल की खाड़ी में मिलती है। गंगा नदी भारतीय सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न अंग है। यह नदी भारत के उत्तरी भाग में स्थित है और उत्तराखंड के गौमुख स्थल से उत्पन्न होती है। इसकी लंबाई लगभग 2525 किलोमीटर है और यह पश्चिमी बंगाल के गंगासागर में मिल जाती है। गंगा नदी को भारतीय संस्कृति, धार्मिकता, और परंपरागत जीवनशैली का प्रतीक माना जाता है। इसे माँ गंगा के रूप में भी जाना जाता है और यहाँ हिन्दू धर्म के अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं।